प्रेम पत्र

कुछ रंग तेरे भी कुछ रंग मेरे भी मैंने चुना वो स्याह रंग प्रेमपत्र के लिबास में तूने बुना जो लाल रंग रंग ऐ हिना के मिजाज में तेरा रंग सुर्ख है मगर वक्त ढलते छूट जाएगा मेरे लफ़्ज खामोश हैं मगर देर तक गूंजते रहेंगे तेरी बेवफाई के किस्से किताबों में शुमार करेंगे #मनContinue reading “प्रेम पत्र”